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श्रद्धांजली सभा का आयोजन

बोकारोः बोकारो सिविल कोर्ट में आज कोई न्याययिक कार्य नही हुआ। झारखंड उच्च न्यायालय के आदेष पर आज झारखंड के सभी सिविल कोर्ट को बंद रखा गया था। इंडियन एसोसिएषन ऑफ लॉयर्स , पीपुल्स फॉर जस्टिस , बोकारो एडभोकेट कल्ब व महिला एडभोकेट कल्ब ने संयुक्त रूप से बोकारो के पूर्व जिला जज व झारखंड उच्च न्यायालय के जस्टिस आर एन वर्मा के असामायिक निधन पर गहरा षोक व्यक्त किया है। उनको श्रद्धांजली सभा का आयोजन कर उनके चित्र पर माल्यापर्ण किया गया। ज्ञात हो कि षनिवार को उनका एम्स में इलाज के दौरान निधन हो गया था। इस अवसर पर इंडियन एसोसिएषन ऑफ लॉयर्स के राष्ट्रीय कार्यकारीणी सदस्य अधिवक्ता रणजीत गिरि ने बताया कि आर एन वर्मा का षनिवार को दिल्ली में सिप्टीसीमीया बिमारी के कारण असामयिक निधन हो गया था। स्व. वर्मा बोकारो के पूर्व जिला जज रह चूके है। वे एम्स दिल्ली में बेहतर इलाज के लिए भर्ती कराए गए थे। दो वर्ष पूर्व उन्हें झारखंड हाई कोर्ट में एडिषनल जज बनाया गया था। पिछले महीने उनको स्थायी जज के रूप में उनकी नियुक्ति झारखंड उच्च न्यायालय में हुई थी। वे न्यायिक सेवा के अधिकारी थे , जिनकी प्रतिभा के देखते ह

Divorce by Mutual Consent in India- Procedure

What is divorce by mutual consent? ============================ Under Section 13-B of the Hindu Marriage Act, 1955, the parties can seek divorce by mutual consent by filing a petition before the court. Mutual consent means that both the parties agree for peaceful separation. Mutual Consent Divorce is a simple way of coming out of the marriage and dissolve it legally. Important requirement is the mutual consent of the husband & wife. There are two aspects on which Husband & Wife have to reach to consensus. One is the alimony or maintenance issues. As per Law there is no minimum or maximum limit of maintenance. It could be any figure or no figure. Next important consideration is the Child Custody. This can also be worked out effectively between the parties. Child Custody in Mutual Consent Divorce can be shared or joint or exclusive depending upon the understanding of the spouses. When can the divorce by mutual consent be filed? ======================================= The pa

श्रद्धांजली सभा का आयोजन

बोकारोः इंडियन एसोसिएशन ऑफ लॉयर्स , पीपुल्स फॉर जस्टिस , बोकारो एडभोकेट कल्ब व महिला एडभोकेट कल्ब ने संयुक्त रूप से बोकारो जिला अधिवक्ता संघ के महासचिव एम के श्रीवास्तव के माता जी के आकस्मीक निधन पर  श्रद्धाजंली व्यक्त किया गया। ज्ञात हो कि  शुक्रवार को अचानक हृदय गति रूक जानें के कारण उनका निधन हो गया। इस अवसर पर इंडियन एसोसिएशन ऑफ लॉयर्स के राष्ट्रीय कार्यकारीणी सदस्य अधिवक्ता रणजीत गिरि ने कहा कि माता जी 86 वर्ष की थी और अपने पिछे भरा पूरा परिवार छोड कर गई है। आज उनका गरगा घाट पर हिन्दू रिति रिवाज के साथ अन्तेंयस्टी संपन्न हुई। वे धार्मिक प्रवृति कि धर्मपरायण व काफी मिलनसार प्रवृति कि महिला थी।  इस अवसर पर अधिवक्ता रंजन कुमार मिश्रा ने उनके व्यक्तित्व पर विस्तार से प्रकाष डाला।  श्रद्धाजंली सभा में अधिवक्ता संजय कुमार प्रसाद , प्रवीण कुमार , रणजीत कुमार , अभय प्रसाद सिन्हा , रंजन कुमार मिश्रा , फटिक चन्द्र सिंह , विमल कुमार मंडल , बासुदेव महतो , विष्णु प्रसाद नायक , कालीपद मांझी , विरेन्द्र प्रसाद महतो , नरेश  महतो , सुनील चांडक , विमल पाल , पुष्पांजली कुमारी ,

रिमांड के मामले में नहीं चलेगी पुलिस की मनमानी-गिरि

बोकारो: झारखंड राज्य में 160 वकीलों को रिमांड वकील के रूप में नियुक्ति की गई है. ये लोग न्यायालय में  पुलिस रिमांड का बिरोध करेंगे. सनद रहे की रिमांड वकीलों की नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर किया गया है. इन लोगो को बजाप्ता इसके लिए एक दिवसीय ट्रेनिंग दी गई है. बोकारो जिला कोर्ट से रिमांड वकील  के  रूप में अधिवक्ता रंजन कुमार मिश्रा , विनोद कुमार सिंह , सुश्री प्रीति , दिनेश शर्मा , धनञ्जय तिवारी , सुनील कुमार राय , संदीप कुमार बंदोपाध्याय , उषा श्रीवास्तव की नियुक्ति की गई है . इन लोगो को मानदेय पर रखा गया है. इंडियन एसोसिएशन ऑफ़ लॉएर्स ने बोकारो के अधिवक्तावो  के नियुक्ति पर बधाई दी है. इंडियन एसोसिएशन ऑफ़ लॉएर्स के नेशनल कौंसिल मेम्बर अधिवक्ता रणजीत गिरि ने  बधाई देते हुए कहा की रिमांड वकील अपनी सार्थक भूमिका अदा करे. उन्होंने कहा की रिमांड वकीलों पर लोगों का सम्मान बचाने का बड़ा दाइत्वा है. इस प्रकार वे पुलिस से पीड़ित गरीबो को अदालत में बड़ी राहत दिला सकते है. अपराधिक न्याय प्रक्रिया में इनकी भूमिका महत्वपूर्ण है .ये अपनी भूमिका सही तरीके से निभाए तो इनकी नियुक्ति सार्थक हो

रिमांड के मामले में नहीं चलेगी पुलिस की मनमानी

पुरे झारखंड राज्य में 160 वकीलों को रिमांड वकील के रूप में नियुक्ति की गई है. ये लोग न्यायालय में  पुलिस रिमांड का बिरोध करेंगे. सनद रहे की रिमांड वकीलों की नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर किया गया है. इन लोगो को बजाप्ता इसके लिए एक दिवसीय ट्रेनिंग दी गई है. बोकारो जिला कोर्ट से रिमांड वकील  के  रूप में अधिवक्ता रंजन कुमार मिश्रा, विनोद कुमार सिंह, सुश्री प्रीति, दिनेश शर्मा, धनञ्जय तिवारी , सुनील कुमार राय, संदीप कुमार बंदोपाध्याय, उषा श्रीवास्तव की नियुक्ति की गई है . इन लोगो को मानदेय पर रखा गया है. इंडियन एसोसिएशन ऑफ़ लॉएर्स ने बोकारो के अधिवक्तावो  के नियुक्ति पर बधाई दी है. इंडियन एसोसिएशन ऑफ़ लॉएर्स के नेशनल कौंसिल मेम्बर अधिवक्ता रणजीत गिरि ने  बधाई देते हुए कहा की रिमांड वकील अपनी सार्थक भूमिका अदा करे. उन्होंने कहा की रिमांड वकीलों पर लोगों का सम्मान बचाने का बड़ा दाइत्वा है. इस प्रकार वे पुलिस से पीड़ित गरीबो को अदालत में बड़ी राहत दिला सकते है. अपराधिक न्याय प्रक्रिया में इनकी भूमिका महत्वपूर्ण है .ये अपनी भूमिका सही तरीके से निभाए तो इनकी नियुक्ति सार्थक होगी. बधाई देने

रिमांड के मामले में नहीं चलेगी पुलिस की मनमानी

पुरे झारखंड राज्य में 160 वकीलों को रिमांड वकील के रूप में नियुक्ति की गई है. ये लोग न्यायालय में  पुलिस रिमांड का बिरोध करेंगे. सनद रहे की रिमांड वकीलों की नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर किया गया है. इन लोगो को बजाप्ता इसके लिए एक दिवसीय ट्रेनिंग दी गई है. बोकारो जिला कोर्ट से रिमांड वकील  के  रूप में अधिवक्ता रंजन कुमार मिश्रा, विनोद कुमार सिंह, सुश्री प्रीति, दिनेश शर्मा, धनञ्जय तिवारी , सुनील कुमार राय, संदीप कुमार बंदोपाध्याय, उषा श्रीवास्तव की नियुक्ति की गई है . इन लोगो को मानदेय पर रखा गया है. इंडियन एसोसिएशन ऑफ़ लॉएर्स ने बोकारो के अधिवक्तावो  के नियुक्ति पर बधाई दी है. इंडियन एसोसिएशन ऑफ़ लॉएर्स के नेशनल कौंसिल मेम्बर अधिवक्ता रणजीत गिरि ने  बधाई देते हुए कहा की रिमांड वकील अपनी सार्थक भूमिका अदा करे. उन्होंने कहा की रिमांड वकीलों पर लोगों का सम्मान बचाने का बड़ा दाइत्वा है. इस प्रकार वे पुलिस से पीड़ित गरीबो को अदालत में बड़ी राहत दिला सकते है. अपराधिक न्याय प्रक्रिया में इनकी भूमिका महत्वपूर्ण है .ये अपनी भूमिका सही तरीके से निभाए तो इनकी नियुक्ति सार्थक होगी. बधाई देने