रिमांड के मामले में नहीं चलेगी पुलिस की मनमानी

पुरे झारखंड राज्य में 160 वकीलों को रिमांड वकील के रूप में नियुक्ति की गई है. ये लोग न्यायालय में  पुलिस रिमांड का बिरोध करेंगे. सनद रहे की रिमांड वकीलों की नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर किया गया है. इन लोगो को बजाप्ता इसके लिए एक दिवसीय ट्रेनिंग दी गई है. बोकारो जिला कोर्ट से रिमांड वकील  के  रूप में अधिवक्ता रंजन कुमार मिश्रा, विनोद कुमार सिंह, सुश्री प्रीति, दिनेश शर्मा, धनञ्जय तिवारी , सुनील कुमार राय, संदीप कुमार बंदोपाध्याय, उषा श्रीवास्तव की नियुक्ति की गई है . इन लोगो को मानदेय पर रखा गया है. इंडियन एसोसिएशन ऑफ़ लॉएर्स ने बोकारो के अधिवक्तावो  के नियुक्ति पर बधाई दी है. इंडियन एसोसिएशन ऑफ़ लॉएर्स के नेशनल कौंसिल मेम्बर अधिवक्ता रणजीत गिरि ने  बधाई देते हुए कहा की रिमांड वकील अपनी सार्थक भूमिका अदा करे. उन्होंने कहा की रिमांड वकीलों पर लोगों का सम्मान बचाने का बड़ा दाइत्वा है. इस प्रकार वे पुलिस से पीड़ित गरीबो को अदालत में बड़ी राहत दिला सकते है. अपराधिक न्याय प्रक्रिया में इनकी भूमिका महत्वपूर्ण है .ये अपनी भूमिका सही तरीके से निभाए तो इनकी नियुक्ति सार्थक होगी. बधाई देने वालों में  अधिवक्ता फटिक चन्द्र सिंह, संजय कुमार प्रसाद, लालू कुमार, आशा ममता खालको, निखिल कुमार दे, सुभाष कुमार नायक, आनंद प्रकाश, जय प्रकाश चौधरी, कमल कुमार सिन्हा, नरेश कुमार महतो, चन्द्र शेखर तिवारी,अमरेश कुमार , ललन कुमार, अजित ठाकुर, संजय कुमार सिंह, अयोध्या रमण, रामाश्रय प्रसाद शामिल है .                 

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