भारत में 112 नम्बर क्या है फ़ोन लॉक होने पर भी कैसे कर सकते हैं मदद या बचा सकते हैं किसी कि जान

112 नम्बर क्या है फ़ोन लॉक होने पर भी कैसे कर सकते हैं मदद या बचा सकते हैं किसी कि जान
---------------------------------------------------------
भारत का इमर्जेंसी नंबर 112, जान लें इसके बारे में सब कुछ
आपातकाल सेवा के लिए अब सिंगल हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिया गया है. अब जब भी आपको मदद की जरूरत हो, आप खतरे में हों या कोई गंभीर रूप से घायल हो गया हो, तो तुरंत 112 नंबर डायल कीजिए. इसके अलावा अगर आपके सामने मारपीट, हत्या, डकैती या हंगामे जैसे गंभीर क्राइम हो रहे हों, तो भी आप 112 पर डायल कर सकते हैं. इससे पहले इन सभी सुविधाओं के लिए अलग-अलग नंबर डायल करने होते थे. पुलिस (100), एंबुलेंस सेवा (108), वुमन हेल्पलाइन नंबर (1090) और फायर स्टेशन (101) जैसे जरूरी नंबरों को अलग-अलग सेव किया करते थे.

अब प्रश्न उठता है कि 112 नंबर को ही क्यों सेलेक्ट किया गया।
================================
सबसे पहले साल 1972 में यूरोपियन कॉन्फ्रेंस ऑफ पोस्टल एंड टेलिकम्युनिकेशंस एडमिनिस्ट्रेशंस (CEPT) ने 112 नंबर को इमरजेंसी नंबर के रूप में चुना था. उन दिनों रोटरी टाइप फोन (जिन फोन में नंबर को घुमाकर डायल किया जाता है) हुआ करते थे. इन फोन में 112 नंबर डायल करने में कम समय और कम रोटेशन की जरूरत होती थी.
हालांकि अब रोटरी फोन की जगह मोबाइल फोन आ गए हैं. लेकिन फोन में भी 100, 101, 102, 108, 1090 की बजाय 112 डॉयल करना आसान है. अगर आपके पास GSM फोन है, तो फोन लॉक होने के बावजूद 112 नंबर डायल किया जा सकता है.

कौन-कौन सी सर्विस इसके दायरे में आती है
============================
किसी को भी कभी भी किसी भी तरह की परेशानी या खतरा आने पर इमरजेंसी सर्विस लेने की जरूरत पड़ती है. हमें ये समझना चाहिए कि इस दायरे में कौन-कौन सी सर्विस आती हैं. इनमें से अगर कोई परेशानी आपकी जिंदगी में आती है, तो तुरंत 112 नंबर पर कॉल कीजिए.
अगर रास्ते में कार का एक्सीडेंट हो गया है और चोट लगी है. तो तुरंत इमरसेंजी सर्विस पर कॉल कीजिए. अगर आपके सामने भी किसी एक्सीडेंट होता है तो भी कॉल करना चाहिए. ताकि एंबुलेंस सर्विस जल्दी आकर जरूरतमंद को इलाज के लिए अस्पताल ले जाए.
अगर आपको घर के अंदर या बाहर जान का खतरा है, तो भी इमरजेंसी नंबर पर कॉल करना चाहिए. ताकि पुलिस आपकी मदद कर सकें. इसके अलावा किसी भी तरह के क्राइम की पुलिस से शिकायत करने के लिए भी कॉल कर सकते हैं.
आपके घर, दुकान या आसपास कहीं आग लग गई है तो तुंरत फायर ब्रिगेड को बुलाने के लिए 112 नंबर पर कॉल कीजिए
आप महिला हैं, रास्ते में कोई मनचला आपके साथ छेड़खानी करता है या किसी से खतरा महसूस हो रहा है, तो पुलिस की मदद के लिए 112 नंबर डायल कीजिए.

अगर मजाक में शरारत में 112 नंबर कॉल की जाए, तो 
==================================
अगर इमरजेंसी नंबर पर मजाक करने के लिए या जानबूझकर कॉल की जाती है, तो इस पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है. फालतू में कॉल करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है. उन पर आपराधिक मामला चल सकता है.
क्योंकि जब मजाक में या जानबूझकर इमरजेंसी नंबर पर हम कॉल कर रहे होते हैं, तो हो सकता है कि उसी वक्त कोई दूसरा बहुत जरूरतमंद व्यक्ति भी कॉल कर रहा हो. ऐसे में ऑपरेटर उस जरूरतमंद व्यक्ति की कॉल नहीं ले पाएगा. उस जरूरतमंद व्यक्ति को समय पर इमरजेंसी सर्विस नहीं मिल पाएगी या मदद मिलने में देरी भी हो सकती है.

.............................................................
कोई प्रश्न हो ,
निःशंकोच पूछिए , 
9835569693/
9431524555
एडवोकेट रणजीत गिरि
 झारखंड हाई कोर्ट

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

अब बिना टेस्ट के ड्राइविंग लाइसेंस बनाना होगा आसान

हिंदू पति द्वारा खरीदे गए संपत्ति पर पत्नी का क्या है अधिकार ?

पुरुष द्वारा शादी का झूठा वादा करने पर हो सकता है जेल